शनिवार, 30 जनवरी 2010

हिंदी के वैश्विक परिदृश्य पर परिसंवाद





Viswa Hindi Diwash in chetna College, Mumbai.
Dr. Vedprakash addressing Pepole.


Viswa Hindi Diwash in chetna College, Mumbai.
Dr. Vedprakash addressing people










विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए प्राध्यापक सुरेन्द्र जाधव










हिन्दी राष्ट्रभाषा की गंगा से निकलकर विश्वभाषा का गंगासागर बनने की प्रक्रिया में है - डॉ करुणाशंकर उपाध्याय

विश्व हिंदी दिवस के विशेष अवसर हिंदी के वैश्विक परिदृश्य विषय पर मुंबई के चेतना महाविद्यालय में एक परिसंवाद आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुंबई विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ करुणाशंकर उपाध्याय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि हिंदी राष्ट्रभाषा की गंगा से निकलकर विश्वभाषा का गंगासागर बनने की प्रक्रिया में है । बोलने वालों के आधार पर यह विश्व की दूसरी प्रमुख भाषा बन गई है। नवभारत टाइम के उपसंपादक अनुराग त्रिपाठी ने परिसंवाद की अध्यक्षता की। परिसंवाद में चेतना कॉलेज के सचिव प्रेमानंद रूपवते और प्रिंसिपल डॉ सुर्निश मौजूद थे। प्रस्तावना सुरेन्द्र जाधव ने की । परिसंवाद का सञ्चालन हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ वेदप्रकाश दुबे ने किया ।

Vishwa Hindi Diwash.pdf

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